अपनी जिंदगी के बस यही उसूल हैं, अगर तू कह तो काटें भी कुबूल हैं, हंस कर चल दूँ कांच के टुकड़ो पर भी, अगर तू कह ये मेरे बिछाये हुए फूल हैं।😘😍🥰💞❤️🌹💕🌹🌹
अपनी जिंदगी के बस यही उसूल हैं, अगर तू कह तो काटें भी कुबूल हैं, हंस कर चल दूँ कांच के टुकड़ो पर भी, अगर तू कह ये मेरे बिछाये हुए फूल हैं।😘😍🥰💞❤️🌹💕🌹🌹
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