नज़रें- करम मुझ पर इतना ना कर,
कि तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं।
मुझे इतना ना पिला इश्क़- ए- जाम,
कि मैं इश्क के ज़हर का आदी हो जाऊं।
💞💕❤️🥰😍😘🌹🌹
नज़रें- करम मुझ पर इतना ना कर,
कि तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं।
मुझे इतना ना पिला इश्क़- ए- जाम,
कि मैं इश्क के ज़हर का आदी हो जाऊं।
💞💕❤️🥰😍😘🌹🌹
0 Comments:
Post a Comment