वो तो चाहतों में भी सौदेबाज़ी करती है,
दिल में कुछ,आंखों में कोई और होठों पे मेरा नाम रखती है,
कैसी मोहब्बत है उसकी,जिसमे वो इनायत कम और सियासत ज्यादा करती है,
दुआएं भी जो मिलती हैं उसे हिसाब किताब में सौ गुना ज्यादा,
तब कहीं जाकर वो मेरे नाम एक दुआ पढ़ती है।💕💞😍🥰🌹😘❤️❤️
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