बढ़ती बेकरारी सुकून भरी रातें हुआ करती थीं,
जब उनके एहसासों में मुलाकाते हुआ करती थीं,
छोड़कर मोहब्बत को हमारी हर बात पर उनकी इनकार थी,
कोमल पैरों से चलना उनका, मध्यम- मध्यम इनकार थी।🥰😍😘💕💞❤️🌹🌹
बढ़ती बेकरारी सुकून भरी रातें हुआ करती थीं,
जब उनके एहसासों में मुलाकाते हुआ करती थीं,
छोड़कर मोहब्बत को हमारी हर बात पर उनकी इनकार थी,
कोमल पैरों से चलना उनका, मध्यम- मध्यम इनकार थी।🥰😍😘💕💞❤️🌹🌹
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