Monday, December 13, 2021

šŸ’ž Romantic ShayarišŸ’ž

 ą¤ą¤• सुबह ऐसी भी हो,

आंख खुले और तुम रूबरू हो।

देखा जो मैंने तुम्हारा ख्वाब,वो मुकम्मल हो,

सांसों में प्यार का ą¤ą¤¹ą¤øास हो।

मोहब्बत ही मोहब्बत हो,

और हमारी इस मोहब्बत का खुदा गवाह हो।šŸ’•šŸ’žšŸ˜˜❤️šŸ„°šŸ˜šŸŒ¹

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